M.A. 1st Year Sanskrit Important Questions 2024

In this post, you will get the m.a. 1st year Sanskrit important questions for 2024. 

By writing the correct answers to these questions, you can make your descent notes for the Sanskrit paper exam. 

Which can be used for revision of the subject. 

Questions prepared in this way will save time as well as ensure accurate preparation. 

Write these m.a. first year Sanskrit question paper questions in your copy.

Now read the complete chapter of the Sanskrit textbook. 

If the concept is not clear then read it again and again. 

After that write your answer. 

Try to answer these questions of m.a Sanskrit question paper in your own words. 

Write down the answer to remember it. 

These questions have been prepared based on the pattern of m.a. previous Sanskrit question papers.

An attempt has been made to use the correct use of Sanskrit words in writing. 

As you know the Sanskrit language is not very easy. 

Pronunciation is very important in this subject. 

That's why grammar has been kept in mind while writing the Sanskrit subject question. 

By doing a higher study of this subject, you can also get many jobs like - translator, teacher, etc. 


M.A. Sanskrit Subject Questions

M A 1st Year Sanskrit Important Questions


  • ऋग्वेदीय दार्शनिक भावना का निरूपण कीजिए।
  • मंत्र के अर्थ बताइय । वेदमंत्रों के वगीकरण पर प्रकाश डालिए ।
  • तैतिरीय संहिता-मैत्रायणी संहिता का परिचय दीजिए ।
  • देवों की अनेकता में एकता का वर्णन कीजिए ।
  • उपनिषद्‌ का अर्थ स्पष्ट करते हुए प्रमुख उपनिषदों का वर्णन कीजिए ।
  • सामवेदीय ब्राहृमणों का संक्षेप में परिचय दीजिए ।
  • रामायण-महाभारत का तुलनात्मक अध्ययन कीजिए ।
  • वेदांग साहित्य का परिचय दीजिए ।
  • शतपथ- ब्राहमण का परिचय दीजिए ।
  • निरूक्‍त क्‍या है? क्‍या निरूक्त वेदार्थ-ज्ञान में सहकारी है? स्पष्ट कीजिए ।
  • महाकाव्य की परिभाषा देते हुए इसकी विशेषताओं पर प्रकाश डालिए ।
  • भक्तिमूलक गीतिकाव्य में स्रोत-साहित्य का मूल्यांकन कीजिए ।
  • दण्डिन: पदलालित्यम्‌ अथवा 'वाणोच्छिष्टं जगत्सर्वम्‌' की विवेचना कीजिए ।
  • बृहत्कथा से आप क्‍या समझते हैं ? उसके संस्करण रूपों पर प्रकाश डालिए ।
  • संस्कृत नीति कथाओं में पंचतंत्र का मूल्यांकन कीजिए ।
  • नाटक को परिभाषित करते हुए भारतीय नाटक के तत्त्वों पर प्रकाश डालिए ।
  • महाकवि शूद्रक की यथार्थवादिता 'मृच्छकटिकम” के आधार पर सिद्ध कीजिए ।
  • त्तररामचरिते भवभूतिविशिष्टयते'-इस कथन की समीक्षा कीजिए ।
  • आधुनिक संस्कृत साहित्य में नवीन परम्परा के नवोदित कवियों तथा उनके काव्यों का विवेचन कीजिए ।
  • टिप्पणी लिखिए - (क) बाणभट्ट (ख) भवमभूति
  • भाषा वाचिक प्रतीकों की संघटना है' इसकी सविस्तार व्याख्या कीजिए ।
  • आकृतिमूलक वर्गीकरण का क्‍या अर्थ है? इसके भेदों का सोदाहरण परिचय दीजिए ।
  • भाषा-परिवारों का उल्लेख करते हुए परिवारों पर टिप्पणी लिखिए- (क) चीनी परिवार (ख) अमेरिकी परिवार (ग) जापानी कोरियाई परिवार (घ) बान्तु परिवार
  • ग्रिमनियम का सोदाहरण विवेचन कीजिए ।
  • पालिभाषा के नामकरण पर विचार करते हुए पालिभाषा की विशेषताओं का परिचय दीजिए ।
  • वागवयवों का संक्षिप्त परिचय दीजिए ।
  • स्वनिम किसे कहते हैं? सोदाहरण विवेचन कीजिए ।
  • अर्थ परिवर्तन की दिशाओं का विवेचन कीजिए ।
  • वाक्य के अभिलक्षणों का विवेचन कीजिए ।
  • नागरी लिपि की वैज्ञानिकता का विवेचना सोदाहरण कीजिए ।
  • आत्मा, कर्मवाद तथा पुनर्जन्म इन तीन दार्शनिक प्रमेयों का विवेचन कीजिए ।
  • सांख्य योग दर्शन का परिचय दीजिए ।
  • अष्टांगिक मार्ग का विस्तार से परिचय दीजिए ।
  • अनेकान्तवाद का निरूपण कीजिए ।
  • निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए- (क) उपमान प्रमाण (ख) चार्वाक (ग) द्वैतवाद (घ) मोक्षमार्ग
  • उत्तरवैदिक संस्कृति का परिचय दीजिए ।
  • संस्कार के अर्थ और महत्त्व का विवेचन कीजिए ।
  • पुरूषार्थ के रूप में अर्थ और काम का निरूपण कीजिए ।
  • वर्ण और जाति का अन्तर समझाते हुए जाति प्रथा का परिचय दीजिए ।
  • दान की महिमा का संक्षिप्त परिचय दीजिए ।
  • त्रिपिटक साहित्य का परिचय दीजिए ।
  • जैन आगम साहित्य पर प्रकाश डालिए ।
  • अपकभ्र॑श में रचित चरित एवं कथा काव्यों का परिचय दीजिए ।
  • भक्तिकाल की विभिन्‍न धाराओं का परिचय दीजिए ।
  • भारतेन्दु काल का परिचय दीजिए ।
  • बंगला साहित्य के काल विभाजन पर विस्तार से प्रकाश डालिए ।
  • मराठी संतकाव्य का परिचय दीजिए ।
  • तमिल साहित्य को सुब्रमण्यम भारती की देन का मूल्यांकन कीजिए ।
  • तेलुगु साहित्य के अन्यतम कवि पोमाहेश्वर सूत्र से आप क्‍या समझते हैं? सभी माहेश्वर सूत्रों का उल्लेख करते हुये उनकी उपयोगिता का वर्णन कीजिए ।
  • वर्णों के उच्चारण-स्थान से क्‍या तात्पर्य है? कण्ठ्य, तालव्य, मूर्धन्य और दन्त्य वर्णों की विवेचना कीजिए।
  • सन्धि की परिभाषा देते हुये स्वर संधि के भेदों का सोदाहरण वर्णन कीजिए ।
  • निम्नलिखित सूत्रों की सोदाहरण व्याख्या कीजिए- अकः सवर्ण दीर्घ:, वृद्धिरेचि, एचोष्यवादावः  
  • कारक किसे कहते हैं? वाक्य निर्माण में इनकी उपयोगिता का वर्णन करते हुये इसके भेदों का सोदाहरण वर्णन कीजिए ।
  • निम्नलिखत की सोदाहरण व्याख्या कीजिए- कर्तुरीप्सिततमं कर्म, सहयुक्तेषप्रधाने, चतुर्थी सम्प्रदाने, जनिकर्तु: प्रकृति
  • बहुब्रीहि समास किसे कहते हैं? इसके विभिन्‍न भेदों को सोदाहरण स्पष्ट कीजिए ।
  • निम्नलिखित की समास विग्रह पूर्वक रूपसिद्धि कीजिए- भूतपूर्व:, यथाशक्ति:, राजपुरूष:, यूपदारू
  • तना का परिचय दीजिए ।
  • टिप्पणी लिखिए- अपकभ्रंश कृष्ण-काव्य, चैतन्यदेव, कबीरदास, तुलसीदास
  • रूपक किसे कहते हैं? उसके भेदों का परिचय दीजिए ।
  • व्यंजना शक्ति का परिचय दीजिए ।
  • रस दोष कितने माने गये हैं? उनका सोदाहरण विवेचन कीजिए ।
  • गुण के स्वरूप को स्पष्ट करते हुये उसके प्रमुख भेदों का उल्लेख कीजिए ।
  • ध्वनि-सिद्धान्त की स्थापनाओं का मूल्यांकन कीजिए ।
  • रीतिरात्माकाव्यस्य' कथन की समीक्षा कीजिए ।
  • निम्नलिखित अलंकारों का सोदाहरण परिचय दीजिए- (क) उत्प्रेक्षा (ख) विशेषोक्ति (ग) श्लेष (घ) परिसंख्या
  • किसी एक विपय पर संस्कृत में कम-से-कम 300 शब्दों में निबन्ध लिखिए- (क) महिला सशक्तिकरण (ख) पर्यावरण प्रदूषण समस्या (ग) संस्कृत-साहित्यस्य प्रासंगिकता
  • निम्नलिखित का संस्कृत में अनुवाद कीजिए- हमें अपने देश की रक्षा करनी चाहिए | सीता राम के साथ वन जाती है | तुम लोग काम करते हो | हम ईश्वर को प्रणाम करते हैं|
  • निम्नलिखित का वाक्यों में प्रयोग कीजिए- अभितः, गृहात्‌. अलं, हाः, नूनमू, अपि, गृहीत्वा, ऋते, स्वस्ति, अधीत्य, पठन्‌ ।

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