M.A. 1st Year Hindi Important Questions 2023

You will get the collection of m.a. first year Hindi important questions for the session 2023 in advance. 

These questions have been taken from ma previous Hindi literature paper.

The questions are chosen on the basis of repetition. 

That means these questions have been asked several times in past examination papers and are still important for the upcoming examinations. 

If you want to get good marks on this paper then you have to prepare the answer to these questions in a separate copy.

Before starting to write the answer, read the related chapter or lesson from your Hindi textbook.

Try to understand the meaning and concept of the lesson. 

Now start to write the answer using your own words. This process will help you to prepare a decent and unique m a first year Hindi notes for the examinations.

You will save your time during the revision period because you have done the preparation systematically. 

Hindi is a tough language in the terms of grammar. 

Because grammar is the main part to write any things in the Hindi language. 

So, don't do grammatical mistakes at the time of making the Hindi notes. 

The pattern of the questions is set on the basis of the pattern of MA 1st year Hindi question Paper 2022.

Now start to solve these m.a hindi important questions 2023.

MA Hindi Question Paper - हिंदी प्रश्न पत्र

M.A 1st Year Hindi Sahitya Questions 

हिंदी साहित्य का इतिहास - Hindi Sahitya Ka Itihas

  • साहित्य के इतिहास-दर्शन पर विचार कीजिए ।
  • हिन्दी में साहित्य के इतिहास लेखन की परम्परा पर एक विस्तृत निबंध लिखिए।
  • सिद्धसाहित्य तथा नाथ-साहित्य की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए परवर्ती साहित्य पर उसके प्रभाव की समीक्षा कीजिए।
  • हिन्दी साहित्य के काल विभाजन की समीक्षा कीजिए।
  • आदिकाल की मुख्य प्रवृत्तियों को रेखांकित कीजिए।
  • आदिकाल के नामकरण की समस्या पर विचार कीजिए।
  • भक्ति आन्दोलन के उद्भव की परिस्थितियों की सविस्तार चर्चा कीजिए।
  • रासो काव्य का परिचय दीजिए।
  • ज्ञानमार्गी-संतकाव्य-की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
  • 'भक्तिकाल हिन्दी साहित्य का स्वर्णकाल है'- इस युक्‍ति को प्रमाणित कीजिए।
  • सगुण भक्ति शाखा की प्रमुख प्रवृत्तियों का परिचय दीजिए।
  • प्रेमाख्यानक काव्य-धारा की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
  • राम-काव्य परम्परा में तुलसीदास के महत्त्व की समीक्षा कीजिए।
  • रीतिकाल की ऐतिहासिक-समाजिक पृष्ठभूमि का परिचय दीजिए।
  • रीतिकाल के नामकरण पर विचार कीजिए। (Ritikal ka naamkaran per prakash dalen)
  • रीतिमुक्त काव्यधारा से आप क्‍या समझते हैं ? उसकी प्रमुख प्रवृत्तियों पर प्रकाश डालिए।
  • 'रीति' का विश्लेषण करते हुए रीतिकालीन काव्य की प्रवृत्तियों का आकलन कीजिए ।
  • काव्य पर टिप्पणी लिखिए - (क) अमीर खुसरो (ख) सूर के कृष्ण (ग) रामचरितमानस (घ) रीतिकाल का नीति काव्य | (क) सिद्ध-नाथ साहित्य (खं) कबीर के राम (ग) सख्य और दास्य भक्ति.

प्राचीन एवं मध्यकालीन काव्य - Prachin Madhyakalin Kavya

  • विद्यापति भक्त कवि हैं या श्रृंगारिक ? इस कथन की समीक्षा कीजिए|
  • विद्यापति के काव्य के भावपक्ष पर विहंगम दृष्टि डालिए|
  • कबीर के दर्शन पर प्रकाश डालिए
  • कबीर-काव्य की प्रासंगिकता आज के संदर्भ में क्या है? संक्षेप में बताइए|
  • हिंदी-प्रेमाख्यानक काव्य परम्परा में जायसी के महत्व को स्थापित करें|
  • महाकाव्य की दृष्टि से 'पद्मावत'” पर विचार कीजिए।
  • सूरदास के श्रृंगार वर्णन की समीक्षा करें|
  • “सूर वात्सल्य रस का कोना-कोना झाँक आए है-” आचार्य शुक्ल की इस उक्ति की समीक्षा कीजिए।
  • तुलसीदास की विचारधारा का आलोचनात्मक मूल्यांकन करें|
  • तुलसीदास की संक्षिप्त जीवनी लिखिए|
  • पठित पदों के आधार पर तुलसी की भक्ति पर प्रकाश डालिए।
  • बिहारी के समय की सामाजिक, धार्मिक एंव राजनीतिक परिस्थितियों पर प्रकाश डालिए|
  • बिहारीलाल की भाषागत विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
  • घनानन्द के काब्य में प्रेम व्यंजना और भावना पर प्रकाश डालिए।
  • भूषण की राष्ट्रीय भावना का परिचय दीजिए।
  • टिप्पणी लिखिए - (क) जायसी की नागमती (ख) सूर का भ्रमर-गीत.

हिंदी कथा साहित्य - Hindi Katha Sahitya

  • उपन्यास के तत्वों का परिचय दीजिए।
  • 'गोदान' की कथावस्तु की समीक्षा कीजिए।
  • सुनीता' में नारी भावना पर प्रकाश डालिए।
  • बाणभट्ट की आत्मकथा' उपन्यास के वैशिष्ट्य पर प्रकाश डालिए।
  • ऑचलिकता की दृष्टि से 'मैला ऑँचल' उपनयास की समीक्षा कीजिए|
  • 'घीसू' सामान्य किसानों से ज्यादा विचारवान था - इस कथन पर विचार कीजिए।
  • कहानी कला की दृष्टि से 'अकाशदीप' कहानी की समीक्षा कीजिए।
  • जैनेन्द्र के प्रेम सम्बन्धी विचारों पर प्रकाश डालिए।
  • 'शरणागत' कहानी का उद्देश्य स्पष्ट कीजिए।
  • फणीश्वर नाथ रेणु की कहानी-कला पर प्रकाश डालिए।

भाषा विज्ञान - Bhasha Vigyan

  • भाषा विज्ञानं का ज्ञान-विज्ञानं की अन्य शाखाओं से सम्बन्ध रेखांकित करें|
  • भाषा विज्ञान की परिभाषा देते हुए उसकी विभिन्‍न शाखाओं का परिचय दीजिए।
  • भाषा की उत्त्पति-विषयक विभिन्न मतों का परिचय देते हुए एक समीचीन मत का संकेत करें|
  • भाषा की परिभाषा देते हुए उसकी प्रकृति की व्यापकता पर प्रकाश डालिए।
  • ध्वनि नियमों का परिचय दीजिए।
  • ध्वनि परिवर्तन की दिशाओं का परिचय दें|
  • शब्द की परिभाषा देते हुए इसकी विशेषताएँ बताइये।
  • शब्द विकास की प्रणाली का विश्लेषण करें|
  • सम्बन्ध तत्त्व तथा अर्थ तत्त्व के सम्बन्ध में विचार कीजिए।
  • वाक्य के विभिन्‍न प्रकारों की विवेचना कीजिए।
  • अर्थ परिवर्तन के कारणों की समीक्षा कीजिए|
  • समाज भाषा विज्ञानं की परिभाषा देते हुए उसके प्रकार्यों का परिचय दें|
  • शैली विज्ञान की परिभाषा देते हुए भाषा शैली के वर्गीकरण पर विचार कीजिए।
  • भारतीय भाषा-चिंतन पर एक सुचिंतित निबन्ध लिखिए।
  • अनुवाद की परिभाषा देते हुए भाषा विज्ञानं से उसके संबंध पर प्रकाश डालें|
  • कोश-निर्माण की सैद्धान्तिक प्रक्रिया को रेखांकित कीजिए।

भारतीय काव्य शास्त्र - Bhartiya Kavya Shastra

  • भारतीय एवं पाश्चात्य मतों की समीक्षा करते हुए काव्य की एक उत्तम परिभाषा दीजिए।
  • काव्यात्मा के रूप में औचित्य सिद्धान्त की समीक्षा करते हुए काव्य में औचित्य का महत्त्व बतलाइये|
  • काव्य के हेतुओं पर विचार करते हुए उसके मुख्य हेतु के सम्बन्ध में अपना मंतव्य स्पष्ट कीजिए।
  • काव्यात्मा सम्बन्धी विविध मतों की समीक्षा करते हुए सिद्ध कीजिए कि रस ही काव्य की आत्मा है|
  • काव्यात्मा-सम्बंधी विचार करने वाले सम्प्रदायों का परिचय दीजिए।
  • भट्टलोल्लट के उत्पत्तिवाद का समीक्षात्मक परिचय दीजिए|
  • रस-निष्पत्ति प्रक्रिया के सम्बन्ध में विविध विद्वानों के मतों का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
  • रस के स्वरूप पर विचार करते हुए उसके भेदों का परिचय दीजिए।
  • मधुमती भूमिका किसे कहते हैं| मधुमती भूमिका और साधारणीकरण के सम्बन्ध एवं अन्तर को स्पष्ट कीजिए।
  • अलंकार किसे कहते है? अलंकार के प्रमुख भेदों का परिचय दीजिए।
  • अलंकार की विविध परिभाषाओं पर विचार करते हुए काव्य में अलंकार का महत्त्व बतलाइये ।
  • काव्य के सौन्दर्यवर्धक तत्त्वों में रीति का स्थान निरूपित कीजिए।
  • शब्दालंकार के प्रमुख भेदों का सोदाहरण परिचय दीजिए|
  • कक्रोत्ति का अर्थ स्पष्ट करते हुए उसके भेदों पर प्रकाश डालिए।
  • रीति की परिभाषा देते हुए उसके भेदों का सोदाहरण परिचय दीजिए|
  • ध्वनि सिद्धान्त की प्रमुख स्थापनाओं का विवेचन कीजिए।
  • कक्रोक्ति का शास्त्रीय अर्थ निरूपित करते हुए उसके भेदों का परिचय दीजिए|
  • औचित्य-सिद्धान्त के प्रमुख भेदों का परिचय दीजिए ।
  • निम्नलिखित अलंकारों का सोदाहरण परिचय दीजिए- अनुप्रास, रूपक, यमक, उत्प्रेक्षा.

हिंदी से इतर भारतीय भाषा - Hindi Se Itar Bhartiya Bhashayen

  • बाल्मिकी रामायण के प्रतिपाद्य को अपने शब्दों में लिखिए।
  • वैदिक साहित्य का परिचय दीजिए।
  • संस्कृत के ऐतिहासिक काव्यों का परिचय दीजिए।
  • संस्कृत गीतिकाव्य-परम्परा का परिचय दीजिए।
  • संस्कृत साहित्यशास्त्र के सुप्रतिष्ठित सम्प्रदायों का परिचय दीजिए।
  • संस्कृत के रस सम्प्रदाय का परिचय दीजिए।
  • संस्कृत के नाट्य साहित्य का परिचय दीजिए।
  • मलयालम भाषा में रचे गए नाटकों का विवरण दीजिए।
  • मलयालम के आलोचना साहित्य के विकास की रूपरेखा स्पष्ट कीजिए।
  • कनन्‍नड़ के वीर शैव युग का परिचय दीजिए।
  • कनन्‍नड़ के नाटक-साहित्य के विकास की रूपरेखा स्पष्ट कीजिए।
  • गुजराती साहित्य की ज्ञानमार्गी कविता-धारा का परिचय दीजिए|
  • गुजराती के पंडित युग के रचनाकारों का परिचय दीजिए।
  • ईश्वर चन्द्र विद्यासागर के व्यक्तित्व एवं कर्तृत्व का विवेचन कीजिए।
  • बंगला के प्रेमाख्यान काव्यों का परिचय दीजिए।
  • उर्दू के कहानी साहित्य का परिचय दीजिए।
  • गालिब का परिचय दीजिए|
  • तमिल साहित्य के काल विभाजन पर प्रकाश डालिए।
  • तमिल संघ-युग का परिचय दीजिए|

प्रयोजनमूलक हिंदी - Prayojan Mulak Hindi

  • प्रयोजनमूलक हिन्दी के विकास एवं विस्तार का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
  • प्रयोजनमूलक भाषा और सामान्य-भाषा के अन्तर को स्पष्ट कीजिए|
  • जनसंचारी हिन्दी के स्वरूप का परिचय दीजिए।
  • स्रोत भाषा और लक्ष्य भाषा को परिभाषित कीजिए|
  • अनुवाद के महत्त्व का उल्लेख करते हुए उसके विविध रूपों का सविस्तार उल्लेख कीजिए।
  • पारिभाषिक शब्दावली के स्वरूप एवं महत्त्व पर संक्षेप में प्रकाश डालिए ।
  • पारिभाषिक शब्दावली से क्‍या तात्पर्य है? इस सम्बन्ध में विद्वानों के विचारों का मूल्यांकन कीजिए।
  • पल्‍लवन के मुख्य सिद्धान्तों का उल्‍लेख कीजिए ।
  • नालन्दा खुला विश्वविद्यालय में सहायक का पद रिक्त है| उसकी नियुक्ति के लिए समाचार पत्रों में दिए जाने वाले विज्ञापन का प्रारूप दीजिए।
  • संक्षेपण से आप क्‍या समझते हैं? संक्षेपण क्रिया में अपनाई जाने वली विभिन्‍न विधियों का उल्लेख कीजिए।
  • जन--संचार के श्रव्य माध्यमों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए|
  • विज्ञापन के महत्त्व को रेखांकित करते हुए विज्ञापन लेखन विधि पर प्रकाश डालिए।
  • सम्पादकीय टिप्पणी और अग्रलेख का अन्तर बताते हुए इनके महत्त्व पर प्रकाश डालिए।
  • अपने जिले के जिलाधिकारी को एक आवेदन दीजिए जिसमें ग्राम विकास योजनान्तर्गत गाँव में शुद्ध पेयजल की शीघ्र व्यवस्था करने का अनुरोध किया गया हो।
  • निम्नलिखित शब्दों के अंग्रेजी पर्याय लिखें - भुगतान, लम्बित, शपथ, अनुपूरक, छूट, प्रक्रिया, प्रस्ताव, चेतावनी, विषय वस्तु, कल्याण, स्थानान्तरण, निर्देश, सूची, श्रमिक.

हिंदी आलोचना और आलोचक - Hindi Aalochak Aur Aalochana

  • इतिहास और आलोचना के संदर्भ में आचार्य रामचन्द्र शुक्ल की दृष्टि का विश्लेषण कीजिए|
  • आचार्य शुक्ल के आलोचनात्मक मानदण्डों को स्पष्ट कीजिए|
  • पंडित बाजपेयी की समन्वयात्मक समीक्षा दृष्टि पर विचार कीजिए।
  • आलोचना के क्षेत्र में पं० नन्‍द दुलारे बाजपेयी के योगदान की चर्चा कीजिए|
  • मानवतावादी समाज शास्त्रीय आलोचना के सम्बन्ध में हजारीप्रसाद द्विवेदी की दृष्टि पर प्रकाश डालिए।
  • आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी की समीक्षा पद्धति की विशिष्टताओं का उल्लेख कीजिए ।
  • द्विवेदीजी की आलोचना दृष्टि व्यापक एवं स्वतंत्र है, स्पष्ट कीजिए।
  • “गुलाबराय की समीक्षा पद्धति समन्वयात्मक थी ।” इस कथन की समीक्षा कीजि।
  • डॉ० नागेन्द्र की साहित्य परक अवधारणा का विवेचन कीजिए।
  • डॉ० नगेन्द्र - "रससिद्धांत' के आधुनिक व्याख्याता थे" - समीक्षा कीजिए।
  • पंडित विश्वनाथ प्रसाद मिश्र की आलोचना के मानदंडों की समीक्षा कीजिए।
  • डॉ० रामविलास शर्मा की प्रगतिवादी समीक्षा पर विचार कीजिए।
  • पं० विश्वनाथ प्रसाद मिश्र की रीतिकालीन शास्त्रीय व्याख्या पर प्रकाश डालिए|
  • नयी समीक्षा और डॉ० नामवर सिंह' विषय पर एक निबन्ध लिखिए।
  • निराला साहित्य और रामविलास शर्मा पर एक लेख लिखिए|
  • आचार्य नलिन विलोचन शर्मा की आलोचना की विशेषताओं पर विचार कीजिए|

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